प्रकाशन

अनुवाद प्रक्रीया को अधिक सुव्यवस्थित बनाने के लिए एन.टी.एम. कुछ निश्चित नियमों का पालन करता है। वे हैं: अनुवाद हेतु पाठ्य पुस्तकों का चयन, चयनित पुस्तकों के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights) प्राप्त करना, भारत के क्षेत्रीय भाषीय प्रकाशकों से संपर्क करना एवं वे पुस्तकें जिनका अनुवाद भारतीय भाषाओं में हो रहा है उनका संपादकीय सहायता दल के मार्गदर्शन में मूल्यांकन करना है। अनुवाद का मूल्यांकन दो चरणों में होता है। प्रारंभिक मूल्यांकन हेतु अनुवादक को एन.टी.एम. को अनूदित दस पृष्ठ जमा करने पड़ते हैं। अंतिम मूल्यांकन अनूदित पाठ की संपूर्ण पांडुलिपि जमा करने के बाद होता है। इस प्रकार का चरणबद्ध मूल्यांकन पद्धति अनुवाद की उत्कृष्टता को बनाए रखने में मदद करता है।