व्यवस्थापन और प्रबंधन

प्रबंधन

सीआइआइएल एक प्रमुख संगठन होने के नाते राष्ट्रीय अनुवाद मिशन की स्थापना करेगा और संचालित करेगा। सीआइआइएल का निदेशक परियोजना को लागू करने के लिए प्रमुख पदाधिकारी होंगे। एनटीएम का परियोजना निदेशक एनटीएम के परियोजना सलाहकार समिति के सदस्य सचिव के रूप में काम करेंगे। (जिसका संक्षिप्त रूप एनटीएम-पीएसी है)।

परियोजना सलाहकार समिति (एनटीएम-पीएसी)

एनटीएम-पीएसी का ढ़ाँचा निम्न प्रकार से होंगेः
निदेशक, केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान,मैसूर अध्यक्ष
नामित संयुक्त सचिव (भाषाओं का) या निदेशक (भाषाओं का) उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार सदस्य
नामित संयुक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार या आइएफडी (मानव संसाधन विकास मंत्रालय)) सदस्य
अध्यक्ष, वैज्ञानिक एवं तकनीकी पारिभाषिक शब्दावली आयोग(सीएसटीटी) सदस्य
अनुवाद शिक्षण विभाग के विभिन्न विश्वविद्यालयों से दो प्रतिनिधि सदस्यगण
विभिन्न राज्यों से दो प्रतिनिधि (चक्रानुक्रमिक) सदस्यगण
भाषा विश्वविद्यालय के एक कुलपति (चक्रानुक्रमिक) सदस्य
प्रकाशक तथा पुस्तक विक्रेताओं के बीच से तीन सदस्यगण
सचिव, साहित्य अकादमी सदस्य
निदेशक, राष्ट्रीय पुस्तक ट्रस्ट (एनबीटी)) सदस्य
विभिन्न आइआइटी, एनआइटी तथा औद्योगिक घराने से दो प्रतिनिधि जो अनुवाद उपकरण/प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आर&डी से संबद्ध हों सदस्यगण
ऐसे निजी संगठन/समष्टि निकाय या निजी संस्था जिनकी अभिरूचि अनुवाद के क्षेत्र में हो, से आठ अनुवाद विशेषज्ञ/प्रतिनिधि (दो वर्षों के लिए चक्रानुक्रमिक) सदस्यगण
परियोजना निदेशक, राष्ट्रीय अनुवाद मिशन या उनके/उनकी अनुपस्थिति में शैक्षिक सचिव, केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान,मैसूर सदस्य

एनटीएम(NTM) संस्था की सदस्यता

सरासनस्रायै NTM समाजाव सोद्रोमा जानायनि खाबुवा साफ्रोमबो गागि आरो गोदान रावसोलायगिरि नो उदां थानायनि अनगायैबो रावसोलायनायजों लोबबा गोनां गासैबो एजेन्सि बायदि बायदि नोबो उदां थागोन। NTM आव माबोरै मुं थिसननो हायो बेनि सोमोन्दै आबुं खारिथि वेबचाइडनिफ्राय मोनगोन।

परियोजना निदेशक

राष्ट्रीय अनुवाद मिशन के परियोजना निदेशक की नियुक्ति संयुक्त सचिव (भाषाओं) के अध्यक्षता में एक समिति के द्वारा होगी, तीन अन्य विशेषज्ञों के साथ निदेशक, केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान उसके सदस्य सचिव होंगे जिनमे से दो एनटीएम के परियोजना परामर्श सचिव और एक बाहर के नामित सदस्य होंगे जिसका अनुमोदन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। परियोजना निदेशक के लिए वांछित तथा अनिवार्य योग्यता निम्न प्रकार से होगीः

(i) परियोजना निदेशक (एनटीएम) की नियुक्ति पाँच वर्षों की कार्यावधि के लिए होगी
(ii) परियोजना निदेशक (एनटीएम) की आयु सामान्यतया 60 वर्षों से कम होनी चाहिए
(iii) नामित विद्वान को सामान्यतया अनुवाद अध्ययन के क्षेत्र में किसी भी भाषा-साहित्य संकाय में (तुलनात्मक भाषा सहित) भाषाविज्ञान या अनुवाद के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त तथा डॉक्टरेट की उपाधि धारक होना चाहिए
(iv) शिक्षण/शोध के क्षेत्र में 15 वर्षों का अनुभव अनिवार्य
(v) अनुवाद अध्ययन/शब्दकोशविज्ञान में प्रकाशन
(vi) अनुवाद कार्य पर प्रकाशित वास्तविक साक्ष्य

एनटीएम के परियोजना निदेशक का उत्तरदायित्व होगा कि वो परियोजना का प्रतिवेदन निदेशक, केन्द्रीय भाषा संस्थान, मैसूर जो परियोजना के प्रमुख पदाधिकारी (Nodal officer) हैं को भेजेंगे, जिसमें उपयुक्त अनुबंध-पत्र, सहयोग का उद्देश्य, कार्यप्रकृति और आबंटन तथा परियोजना के मूल कार्यों का उल्लेख रहेगा। इसके अतिरिक्त परियोजना निदेशक (एनटीएम) के कार्य की प्रकृति निम्न रूप की होगी


(a) प्रकाशन, ई-प्रकाशन तथा परियोजना से संबंधित समस्त अभिलेखों, जिसका प्रभार संस्थान द्वारा उन्हें सौंपा गया है का अभिरक्षण
(b) संस्थान के आधिकारिक अधिकारी के रूप में कार्यालयी पत्राचार द्वारा सम्पर्क स्थापित करना
(c) परियोजना सलाहकार समिति के अध्यक्ष के निर्देशानुसार एनटीएम के परियोजना सलाहकार समिति, कार्यकारी वर्ग तथा अन्य समितियों की सभा संयोजन करना
(d) इन समितियों की सभा का विषय-बिंदु का विवरण तैयार करना;
(e) एनटीएम के लेखा को सुरक्षित रखना;
(f) एनटीएम के परियोजना सलाहकार समिति की कार्यशक्ति संबंधित विषयों तथा उनके द्वारा अनुदानित व अनुशंसित राशि के व्यय का देखरेख तथा जिम्मेदारी करना
(g) आरंभिक वित्तीय-वर्ष के लिए मिशन के बजट का साँचा, निदेशक, केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विचारार्थ तथा अनुमोदनार्थ प्रस्तुत करना
(h) शासी निकाय द्वारा आबंटित सभी प्रशासनिक तथा वित्तीय अधिकारों को लागू करना
(i) ऊपर वर्णित निश्चत नियमों के परिपालन में अनियमितता या कुप्रंबंधन की स्थिति में उन्हें किसी भी समय मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश से कार्यालय अथवा पद से पदच्युत किया जा सकता है

पूरक कर्मचारीगण

एनटीएम के लिए स्थायी पद की सृष्टि नहीं की जायेगी बल्कि अल्पकालीन नियोजन की जायेगी। कार्यप्रकृति को देखते हुए नियोजन की तिथि विस्तारित की जा सकती है। अभी लगभग 65 की संख्या में कोर परियोजना कर्मचारी रहेंगे जिसमें से लगभग एक तिहाइ दिल्ली स्थित कार्यालय में कार्यरत होंगे तथा शेष विभिन्न भारतीय भाषाओं के शैक्षिक सलाहकार विशिष्ट विषयों के विशिष्ट कार्य हेतु मैसूर में।

एनटीएम के सभी 65 कोर कर्मचारियों का विवरण, जिनका अंतरिम नियोजन निम्न प्रकार से होंगे

क्रमांक संख्या प्रमुख
1. मानव संसाधन (लगभग 65 की संख्या में)
(a) परियोजना निदेशक (1) 40,000 प्रतिमाह तथा अन्य
(b) उपनिदेशक/प्रोफेसर (4)विज्ञान, प्रौद्योगिकी, समाज विज्ञान तथा मानविकी प्रत्येक के लिए एक 35,000 से 38,000 प्रतिमाह
(c) अनुसंधान अधिकारी/उपाचार्य (12) उत्तर, दक्षिण, पूर्व तथा पश्चिमी भारत के लिए 29,000 से 32,000 प्रतिमाह
(d) अनुसंधान अधिकारी/उपाचार्य (12) उत्तर, दक्षिण, पूर्व तथा पश्चिमी भारत के लिए 29,000 से 32,000 प्रतिमाह
(e) अनुसंधान सहयोगी (5) 15,000 से 18,000 प्रतिमाह
(f) वरिष्ठ सम्पादक/सहायक वेब संपादक (5) प्रत्येक क्षेत्रों (जोन) के लिए एक-एक तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक 24,000 से 26,000 प्रतिमाह
(g) उपसंपादक-मुद्रण एवं वेब (5) 20,000 से 22,000 प्रतिमाह
(h) प्रशासनिक पदाधिकारी (सहायक) (1) 22,000 प्रतिमाह
(i) कार्यालय पर्यवेक्षक (2)
(j) वरिष्ठ परियोजना तकनीशियन (4) 24,000 से 26,000 प्रतिमाह
(k) कनिष्ट परियोजना तकनीशियन (10) 20,000 से 22,000 प्रतिमाह
(l) डेटा प्रविष्टिकर्ता (2) अंग्रेजी/ भारतीय भाषाओं के लिए
(m) कार्यालय कर्मचारी(गण)- लेखा (2)

11 वीं योजना के दौरान अनुमानित लागत (परिवर्तनशील) रू. 4,26,53,012
 

स्थान

EFC (तथा PAMD) के द्वारा यह निर्णय किया गया है कि मिशन की समस्त कार्यवाही एक ही जगह एक ही छत के नीचे सम्पादित हो, इस तरह एनटीएम के लिए एक अलग भवन के निर्माण को भी अस्वीकार नहीं किया जा सकता है। तत्काल निर्णय लिया गया है कि एनटीएम का आरंभिक क्रियाकलाप मैसूर स्थित केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान के द्वारा संचालित तथा समन्वित होगा जहाँ इस मिशन के लिए आवश्यक साजो-सामान तथा विशेषज्ञ उपलब्ध हैं। भविष्य में कार्यसंचालन हेतु मैसूर में ही एक किराये का मकान लिया जा सकता है।

बहरहाल एनटीएम संबंधित सरकारी विभाग और संगठनो, निगमित निकायों, आइआइटी/सॉफ्टवेयर विशेषज्ञों, प्रकाशन भवनों, स्वशासी सांस्कृतिक संगठनो, भारतीय और विदेशी भाषाओं के विशेषज्ञों इत्यादि से लगातार सम्पर्क करता रहेगा, और संभावित तौर पर इसमें बहुत से सलाहकार और इसके विभिन्न समितियों के विशेषज्ञ होंगे, यह निर्णय लिया गया है कि एनटीएम का सम्पर्क कार्यालय दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हो, क्योंकि अधिकतर प्रकाशन भवन, आइटी और विभिन्न भारतीय भाषाओं के विशेषज्ञ दिल्ली में हैं और भारत सरकार के बहुत से कार्यालय और स्वशासी संगठन इत्यादि का स्थान दिल्ली है। तत्काल दिल्ली में एक सम्पर्क कार्यालय किसी किराये के भवन से अपना काम करना शुरू करेगा।

कालावधि

अनुवाद के क्षेत्र में एनटीएम के गतिविधि की आवश्यकता तबतक रह सकती है जबतक कि विभिन्न भाषाओं के बीच साहित्यिक तथा ज्ञान-आधारित पाठों के अनुवाद की आवश्यकता होगी। वर्तमान समय में जिस तरह ज्ञान का विस्फोट हो रहा है और नित नये-नये पाठ लगातार प्रकाश में आ रहे हैं, ऐसी स्थिति में यह अनुमान लगाना कठिन है कि निकट भविष्य में एनटीएम बंद हो सकेगा।